आज के समय में सबसे ज्यादा फायदा उस व्यवसाय (Business) में है जिसकी मांग सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लगातार बढ़ रही है। गांव हो या शहर, किसान हो या व्यापारी – अगर सही तरीके से काम किया जाए तो इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट (Import Export) का बिजनेस आपके जीवन को बदल सकता है। खासकर सब्जियों और फलों में लहसुन, प्याज और सेब की मांग भारत से बाहर दुबई, बांग्लादेश और अमेरिका जैसे देशों में तेजी से बढ़ रही है। यही वजह है कि छोटे स्तर पर शुरू किया गया यह काम भी महीने में ₹5 लाख तक की कमाई (Income) देने की क्षमता रखता है।
इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बिजनेस क्यों है बेहतर विकल्प
भारत कृषि प्रधान देश है और यहां उगने वाले फल-सब्जियां स्वाद और क्वालिटी के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं। लहसुन (Garlic), प्याज (Onion) और सेब (Apple) की लगातार डिमांड विदेशों से आती रहती है। दुबई और बांग्लादेश में भारतीय प्याज खूब पसंद किया जाता है, वहीं अमेरिकी मार्केट में हिमाचल और कश्मीर के सेब की काफी खपत है। यही कारण है कि इस बिजनेस में कभी मंदी नहीं आती। अगर कोई व्यक्ति सही डॉक्यूमेंटेशन और प्रोसेस के साथ शुरुआत करता है तो उसे लंबे समय तक बढ़िया मुनाफा मिलता रहेगा।
कम निवेश से कर सकते हैं शुरुआत
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बिजनेस (Business) के लिए करोड़ों रुपए की जरूरत होती है, लेकिन सच्चाई यह है कि इसे कम निवेश (Invest) से भी शुरू किया जा सकता है। शुरू में आप केवल 2 से 3 लाख रुपए लगाकर लहसुन या प्याज का छोटा कंसाइनमेंट विदेश भेज सकते हैं। जैसे-जैसे ऑर्डर बढ़ेगा, आप स्केल को बड़ा कर सकते हैं। सरकार की तरफ से भी कई योजनाओं और एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के जरिए मदद मिलती है, जिससे शुरुआती लोगों को आसानी होती है।
विदेशों में लगातार बढ़ रही मांग
आपको बता दें कि भारत में उत्पादित लहसुन और प्याज की खुशबू और स्वाद की विदेशों में अलग ही पहचान है। बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। दुबई में भारतीय प्याज और लहसुन की बड़ी सप्लाई जाती है क्योंकि वहां खुद उत्पादन नहीं हो पाता। वहीं, अमेरिका और यूरोप में भारतीय सेब की मार्केट वैल्यू अच्छी है। इस वजह से व्यापारी आसानी से कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लेते हैं और उन्हें हर महीने अच्छा खासा मुनाफा होता है।
संभावित कमाई का अंदाजा
अगर कोई व्यापारी महीने में सिर्फ 2 से 3 कंटेनर लहसुन या प्याज का एक्सपोर्ट करता है तो उसका टर्नओवर आसानी से ₹15 से ₹20 लाख तक पहुंच सकता है। इसमें से खर्च और ट्रांसपोर्टेशन निकालने के बाद भी ₹4 से ₹5 लाख की शुद्ध कमाई बच जाती है। और अगर आप सेब जैसे प्रीमियम प्रोडक्ट को अमेरिका या यूरोप भेजते हैं तो मुनाफा और ज्यादा बढ़ सकता है।
जरूरी दस्तावेज और प्रोसेस
इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले IEC कोड (Import Export Code) लेना जरूरी होता है, जिसे DGFT से आसानी से बनवाया जा सकता है। इसके अलावा GST रजिस्ट्रेशन, फर्म का पैन कार्ड, और बैंक में करेंट अकाउंट होना जरूरी है। जब ये सभी डॉक्यूमेंट तैयार हो जाते हैं तो आप आसानी से खरीदार से कॉन्ट्रैक्ट कर सकते हैं और अपना पहला कंसाइनमेंट विदेश भेज सकते हैं।
निष्कर्ष
अगर आप बिजनेस (Business) की दुनिया में उतरना चाहते हैं और ऐसा काम ढूंढ रहे हैं जिसमें कभी घाटा न हो तो इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का यह आइडिया आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है। भारत में पैदा होने वाली सब्जियां और फल विदेशों में लगातार मांग में रहते हैं। ऐसे में थोड़ा साहस और समझदारी से उठाया गया कदम आपको महीने के ₹5 लाख तक की कमाई दे सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। यहां बताई गई कमाई (Income) पूरी तरह बाजार की स्थिति, मांग और निवेश पर निर्भर करेगी। किसी भी बिजनेस (Business) को शुरू करने से पहले अपने स्तर पर पूरी जानकारी और सलाह जरूर लें।