घर खरीदने का सपना हर इंसान देखता है, लेकिन जब बात आती है होम लोन (Home Loan) की तो सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि कितनी सैलरी होनी चाहिए ताकि बैंक आसानी से लोन पास कर दे और EMI बिना दिक्कत भरी जिंदगी जिए निकलती रहे। खासकर जब लोन की रकम बड़ी हो, जैसे ₹15 लाख, तो लोगों के मन में यह जिज्ञासा रहती है कि आखिर EMI (मासिक किस्त) कितनी बनेगी और इसके लिए न्यूनतम वेतन कितना होना जरूरी है।
₹15 लाख का लोन लेने पर EMI का अनुमान
मान लीजिए किसी व्यक्ति ने ₹15 लाख का होम लोन लिया है। आम तौर पर बैंक 8% से 9% के बीच ब्याज दर (Interest Rate) पर लोन देते हैं और लोन की अवधि (Tenure) 15 साल से लेकर 20 साल तक रखी जाती है। EMI की सही गणना बैंक EMI Calculator से होती है, लेकिन एक अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है।
अगर ब्याज दर 8.5% है और लोन की अवधि 20 साल रखी जाए तो हर महीने की EMI करीब ₹12,900 के आसपास बनेगी। वहीं अगर अवधि 15 साल रखी जाए तो EMI बढ़कर लगभग ₹14,800 तक पहुंच जाएगी।
EMI और Salary का संतुलन क्यों जरूरी है?
बैंक जब भी होम लोन पास करते हैं तो आपकी सैलरी (Salary) और खर्चों का अनुपात देखते हैं। सामान्य नियम है कि EMI आपकी मासिक सैलरी के 40 से 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यानी अगर आपकी EMI ₹13,000 है तो आपकी न्यूनतम सैलरी लगभग ₹26,000 से ₹30,000 होनी चाहिए। तभी बैंक को भरोसा होता है कि आप आसानी से EMI चुका सकते हैं और आपकी जीवनशैली पर बोझ नहीं पड़ेगा।
लोन की अवधि बदलने से EMI और Salary की जरूरत
अब यह समझना जरूरी है कि लोन की अवधि बढ़ाने या घटाने से EMI और Salary पर सीधा असर पड़ता है। लंबी अवधि में EMI घट जाती है, लेकिन ब्याज ज्यादा देना पड़ता है। वहीं छोटी अवधि में EMI बढ़ती है लेकिन ब्याज की बचत होती है।
नीचे एक सरल तालिका में ₹15 लाख के होम लोन पर अलग-अलग अवधि और ब्याज दर के हिसाब से EMI का अंदाजा दिया गया है:
लोन राशि | ब्याज दर | अवधि (Tenure) | अनुमानित EMI | न्यूनतम Salary (लगभग) |
---|---|---|---|---|
₹15 लाख | 8.5% | 20 साल | ₹12,900 | ₹26,000 – ₹30,000 |
₹15 लाख | 8.5% | 15 साल | ₹14,800 | ₹30,000 – ₹35,000 |
₹15 लाख | 9% | 20 साल | ₹13,500 | ₹27,000 – ₹32,000 |
₹15 लाख | 9% | 15 साल | ₹15,200 | ₹31,000 – ₹36,000 |
सही Salary और EMI चुनने का तरीका
लोग अक्सर जल्दी लोन चुकाने के लिए छोटी अवधि चुन लेते हैं, लेकिन EMI इतनी ज्यादा हो जाती है कि महीने के खर्च संभालना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में हमेशा वही विकल्प चुनना चाहिए जिसमें EMI आपकी सैलरी के आधे से कम रहे। इससे आपकी बचत भी जारी रहेगी और लोन चुकाने का दबाव भी महसूस नहीं होगा।
अगर आपकी सैलरी ₹30,000 है तो आपके लिए 20 साल की अवधि वाला लोन ज्यादा सुविधाजनक रहेगा। वहीं अगर सैलरी ₹40,000 या उससे अधिक है तो आप 15 साल की अवधि वाला लोन भी आराम से ले सकते हैं और ब्याज पर अच्छी खासी बचत कर सकते हैं।
आखिर में
होम लोन लेना जिंदगी का बड़ा फैसला होता है। सही EMI और Salary का संतुलन आपको न केवल सुरक्षित रखता है बल्कि आगे चलकर वित्तीय तनाव से भी बचाता है। आपको बता दें कि बैंक हमेशा आपके खर्च और आय को देखते हुए ही लोन पास करते हैं, इसलिए योजना बनाकर EMI तय करना ही समझदारी है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। लोन की वास्तविक ब्याज दर, EMI और शर्तें बैंक की पॉलिसी पर निर्भर करती हैं। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।